भारतीय कार बाजार में इन दोनों क्रांतिकारी परिवर्तन देखने को मिल रहे हैं, बहुत सारी भारती कार कंपनियां अपने वाहनों को इलेक्ट्रिक वर्जन में कन्वर्ट करने के लिए लाइन लगाए हुए हैं| पिछले दिनों देखने में आया की महिंद्रा एंड महिंद्रा कंपनी ने अपनी कई करो के भविष्य में आने वाले इलेक्ट्रिक वर्जन की पूर्व घोषणा की थी उसी प्रकार टाटा कंपनी भी अपनी इलेक्ट्रिक कार्स में निरंतर बदलाव और सुधार करती नजर आ रही है|
इसी बीच केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने पारंपरिक इंधन पर देश की निर्भरता को कम करने के लिए हाइड्रोजन, फ्लेक्स इंधन, इलेक्ट्रिक तथा एथेनॉल आदि वैकल्पिक ईंधन का उपयोग करने पर बल दिया है| उन्होंने भारत में दुनिया की पहली BS-6 , इलेक्ट्रिक फ्लक्स इन कार को लॉन्च कर दिया है|
यह अपने तरह का पहला वाहन होने वाला है, जोकि पूरी तरह से एथेनॉल से चलेगी जिससे इसकी पेट्रोल तथा डीजल पर निर्भरता पूरी तरह से समाप्त हो जाएगी| इससे आने वाले भविष्य में आशा की जा सकती है कि भारत को पेट्रोल और डीजल का बेहतर विकल्प मिलेगा और इलेक्ट्रिक वाहन के चार्जिंग तथा रेंज की समस्या से निजात भी पाया जा सकेगा|
आज अपने ब्लॉग में हम नितिन गडकरी जी द्वारा लांच की गई उस खास कार के बारे में चर्चा करेंगे जो पूरी तरह से एथेनॉल फ्यूल पर चलेगी| इस कार की क्या विशेषताएं हैं? इस कार का प्राइस कितना है? क्या यह कार सिर्फ एथेनॉल से चलेगी? क्या यह एक इलेक्ट्रिक कार होगी?
इन सभी बातों के बारे में आज हम अपने ब्लॉग में विस्तार से चर्चा करेंगे तो अगर आप ही इसके बारे में महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो इस ब्लॉक को पूरा पढ़ें|
एथेनॉल क्या है और कैसे तैयार होता है:-
पेट्रोलियम उत्पादों में उपयोग किए जाने वाला एथेनॉल एक तरह का अल्कोहल है जिसे गन्ने के रस, मक्का, आलू और सारी सब्जियों के फर्मेंटेशन से तैयार किया जाता है| स्टार्ट और शुगर के फर्मेंटेशन से बने एथेनॉल को पेट्रोल में मिलाकर बायोफ्यूल या फ्लेक्स फ्यूल की तरह इस्तेमाल किया जाता है, तैयार किए गए फ्लैक्सविव को पेट्रोल पंप में भेजा जाता है, जहां से फ्यूल वाहनों में जाता है|
फ्लेक्स फ्यूल से चलने वाले वाहनों भी अलग तरह के होते हैं| ऐसे वाहनों में विशेष प्रकार के इंजन इस्तेमाल किया जाता है, जोकि फ्लेक्स फ्यूल या बायोफ्यूल से चलने के लिए विशेष तौर पर बनाए जाते हैं|
भारत के ब्राजील देश के साथ अच्छे संबंध है, और नितिन गडकरी जी ने भी ब्राजील के दौरे करने के बाद कहा था कि भारत भी ब्राजील की तरह फ्लैक्स का उपयोग करके पेट्रोलियम के क्षेत्र में खुद आत्मनिर्भर बनाएगा|
ब्राजील दुनिया में सबसे ज्यादा फ्लेक्स फ्यूल का उत्पादन करता है 1975 में ब्राजील ने इस क्षेत्र में कदम आगे बढ़ाया था और वर्तमान में एथेनॉल का उत्पादन करके आज ब्राजील में चलने वाली 93% गाड़ियां एथेनॉल मिश्रित फ्यूल पर चलते हैं अनुमान है कि 2030 तक ब्राजील पेट्रोलियम के क्षेत्र में खुद को आत्मनिर्भर बना लेगा|
इसी प्रकार भारत की ब्राजील जैसे देशों की श्रेणी में आने के लिए खुद को तैयार कर रहा है, और आने वाले समय में भारत में चलने वाली अधिकतर गाड़ियों में एथेनॉल का उपयोग किया जाएगा जिससे आने वाले कुछ समय में भारत खुद को पेट्रोलियम क्षेत्र में आत्मनिर्भर बना सकेगा|
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TOYOTA INNOVA FLEX FUEL CAR:-
केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान दुनिया की पहली इलेक्ट्रिक फाइट फ्लेक्स फ्यूल कार Toyota Innova Hycross को लॉन्च कर दिया है| इस कार को टोयोटा कंपनी के द्वारा डिवेलप किया गया है यह कार 40% एथेनॉल और 60% इलेक्ट्रिक एनर्जी कि चालक क्षमता के साथ लॉन्च हुई है|
वैकल्पिक ईंधन और वायु प्रदूषण की रोकथाम की दिशा में सरकार द्वारा इस कार की लॉन्चिंग करके एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है इस कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय नागरिक उड्डयन राज्यमंत्री हरदीप सिंह पुरी और केंद्रीय मंत्री डॉक्टर महेंद्र नाथ पांडे भी मौजूद रहे थे|
यह अपने तरह की पहली का है जिसमें कोल्ड स्टार्ट सिस्टम लगाया गया है, जिससे इस कार का इंजन 15 डिग्री सेंटीग्रेड के तापमान में भी आसानी से काम कर सकता है| क्योंकि इथेनॉल ज्यादा वोटर एग्जाम करता है जिससे इंजन कंपोनेंट में जंग लगने का खतरा ज्यादा रहता है, इसलिए इस कार मैं इस्तेमाल किए गए कंपोनेंट पूरी तरह से water-resistant हैं जिससे इसमें जंग लगने का खतरा नहीं है|
फिलहाल इस कार का प्रोटोटाइप तैयार किया गया है, जिसे लॉन्चिंग के दौरान प्रदर्शित किया गया| परंतु आशा है, कि भविष्य में जल्द ही एथेनॉल और इलेक्ट्रिक के मेल से बनने वाले कारों की संख्या में बढ़ोतरी होगी और भारत में बढ़ती हुई फ्यूल की समस्या पर लगाम लगेगी|
TOYOTA INNOVA: भविष्य तेल आयात घटाने का लक्ष्य:
केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने इस कार्यक्रम के दौरान कहा कि उन्होंने 2004 में देश में पेट्रोल की कीमतों में बढ़ोतरी के बाद बायोफ्यूल में रुचि लेना शुरू कर दिया था|
इसके लिए उन्होंने ब्राजील जैसे देशों का दौरा किया और उन्होंने यह भी कहा कि यह ईंधन भारत में कार उद्योग के क्षेत्र में चमत्कारी बदलाव कर सकता है तथा पेट्रोलियम के आयात पर खर्च होने वाली विदेशी मुद्रा को भी इससे बड़ी मात्रा में बचाया जा सकता है, और भारत को आत्मनिर्भर किया जा सकता है|
नितिन गडकरी ने कहा है, कि अगर हमें आत्मनिर्भर बनना है, तो हमें तेल आयात को सुनने करने पर जोर देना होगा फिलहाल देश इस पर 1600000 करोड रुपए खर्च करता है| जो कि यहां की अर्थव्यवस्था के लिए बड़ा नुकसान है|
उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि भारत को और अधिक टिकाऊ उपाय अपनाने की जरूरत है, क्योंकि देश में प्रदूषण की स्थिति भी दिन-ब-दिन गंभीर होती जा रही है|
TOYOTA INNOVA HYCROSS की विशेषताएं:-
TOYOTA INNOVA HYCROSS FLEX FUEL MPV की सबसे खास विशेषता यह है, कि यह पूरी तरह से पेट्रोल और डीजल जैसे पारंपरिक इन दिनों से मुक्त है| यह पूरी तरह से एथेनॉल तथा इलेक्ट्रिक के मिलान से चलेगी|
एथेनॉल को E100 ग्रेड दिया गया है, जो दर्शाता है, कि कार पूरी तरह से वैकल्पिक ईंधन पर चलती है| इसमें एथेनॉल के अलावा लिथियम आयन बैटरी का भी इस्तेमाल किया जाएगा| यानी कि जहां से इलेक्ट्रिक कार की बैटरी डिस्चार्ज होने का खतरा रहता है वहां एथेनॉल को विकल्प के तौर पर जोड़ा गया है|
इस कार में यूज होने वाली लिथियम आयन बैटरी फैक्ट कार को इलेक्ट्रिक मोड पर चलने में मदद करेगा तथा कार्य को चलने के लिए पर्याप्त पावर जनरेट करने में भी सहायक होगा| फिलहाल इस बात की कोई पुष्टि नहीं की गई है कि इलेक्ट्रो फाइट इनोवा हाईक्रॉस फ्लेक्स फ्यूल कब प्रोडक्शन वर्जन कब लॉन्च होगा तथा यह कब भारतीय सड़कों पर दौड़ती हुई नजर आएगी|
TOYOTA INNOVA HYCROSS पावर तथा माइलेज:-
टोयोटा इनोवा हाय क्रॉस फ्लेक्स फ्यूल का यह संस्करण भारत में वर्तमान में बेचे जाने वाली एमपी बी के हाइब्रिड वर्जन से थोड़ा अलग होगा इसका अनुमान लगाया जा रहा है|
टोयोटा इनोवा के इस इंजन को E100 ग्रेट एथेनॉल पर चलने के लिए तैयार किया गया है, इसमें सेल्फ चार्जिंग लिथियम आयन बैटरी का भी इस्तेमाल किया जाएगा जिसका उपयोग सिर्फ EV MODE पर इस कार को चलाने के लिए किया जा सकता है|
इनोवा हाईक्रॉस हाइब्रिड में 2.0 लीटर फोर सिलेंडर पेट्रोल इंजन वर्तमान में मिलता है, जिसे पूरी तरह से डिस्कंटीन्यू करके इस इंजन को नए ट्रांसमिशन तथा पावर के लिए तैयार किया जाएगा|
टोयोटा इनोवा हायक्रॉस फ्लेक्स फ्यूल का यह संस्करण लॉन्च होने के बाद इस क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव देखने को मिल सकते हैं जिससे आने वाले समय में पेट्रोल और डीजल पर होने वाली निर्भरता को समाप्त करते हुए भारत आत्मनिर्भर बनने की कगार पर पहुंच जाएगा|
TOYOTA INNOVA HYCROSS: एडवांटेज:-
केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी की इस घोषणा के बाद जो उम्मीद की जा रही है कि आने वाले भविष्य में भारत में वैकल्पिक ईंधन के रूप में इलेक्ट्रिक लिथियम आयन बैटरी के अलावा हाइड्रोजन तथा एथेनॉल का उपयोग एक क्रांतिकारी बदलाव लाएगा|
जैव ईंधन वैकल्पिक स्वच्छता के लिए भारत के प्रयास में पिछले साल तब रफ्तार पकड़ी जब केंद्र ने 20% एथेनॉल से मिश्रित पेट्रोल को बाजार में उतारा| लक्ष्मी धन या अन्य वैकल्पिक ईंधन की शुरुआत कच्चे तेल के महंगे आया को कम करने का एक प्रयास है जिससे पेट्रोल और डीजल जैसे पारंपरिक निधन का उत्पादन करने के लिए उपयोग किया जाता है|
आमतौर पर वैकल्पिक इंधन की शुरुआत का मकसद प्रदूषण को कम करना, इंधन में होने वाले खर्चे को घटाना तथा ईंधन के क्षेत्र में भारत को आत्मनिर्भर बनाना है| हालांकि टोयोटा मोटर्स शुरू से ही है ब्रेड वाहनों का जोर देता हुआ दिखाई दिया है|
इसमें टोयोटा में सबसे पहले टोयोटा अर्बन क्रूजर हाय राइडर कंपोनेंट एसयूवी लॉन्च की थी बाद में यही तकनीकी पिछले साल नई पीढ़ी की इनोवा में भी पेश की गई थी| अब टोयोटा इनोवा भारत सरकार के साथ मिलकर एक नए युग की शुरुआत करने के लिए अग्रसर है|
निष्कर्ष:-
वर्तमान भारत सरकार देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए निरंतर प्रयासरत है, इस क्षेत्र में एक कदम आगे बढ़ते हुए भारत सरकार ने पेट्रोल डीजल के क्षेत्र में खुद को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक क्रांतिकारी पहल की है जोकि एथेनॉल का वाहनों में व्यापक इस्तेमाल करना है|
ऐसी उम्मीद की जा रही है कि आने वाले समय में ब्राजील की तरह भारत भी खुद को पेट्रोलियम के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में निरंतर प्रयास करेगा और आने वाले समय में एथेनॉल-इलेक्ट्रिक से चलने वाले वाहन बहुतायत में भारतीय सड़कों पर नजर आएंगे|